भारत के उत्तर पूर्व में स्थित उत्तराखंड भारत का 27वां राज्य है। यूँ तो उत्तराखंड का कोना कोना प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ है यहां का हर स्थान अपने अलौकिक सौंदर्य के कारण विश्व भर में विख्यात है। इसी कारण साल भर यहां पर्यटकों का मेला लगा रहता है । जिसमे सबसे ज्यादा इंतज़ार रहता है लोगों को चार धाम यात्रा के शुरू होने का। उत्तराखंड की चार धाम यात्रा में शामिल हैं केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री दर्शन। चार धाम यात्रा भारत की सबसे लोकप्रिय आध्यात्मिक यात्राओं में से एक है। हर साल मंदिर के द्वार खुलते ही देश विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां दर्शनों के लिए आते हैं। और यह सिलसिला छह महीनो तक निरंतर ऐसे ही चलता रहता है।
चार धाम यात्रा शुरू होते ही उत्तराखंड के पहाड़, घाटी, वादियां जैसे जीवंत हो उठते हैं। जैसे वे भी चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों का पलकें बिछाये इंतज़ार कर रहे हों।
2020 में कोविड 19 की वजह से चार धाम यात्रा काफी देरी से शुरू हुई जिससे यहां के निवासियों और दूर दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को काफी निराशा हुई लेकिन देर से ही सही आखिर चार धाम यात्रा शुरू हुई और धीरे धीरे उत्तराखंड की वादियों में पर्यटकों की भीड़ फिर से दिखाई देने लगी है।
कोविड 19 अनलॉक 4 के नये नियमो के अंतर्गत उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा और उत्तराखंड घूमने आने वाले यात्रियों को काफी राहत प्रदान की है जिसमे –
* अब उत्तराखंड आने के लिए कोविड 19 टेस्ट की नेगिटिव रिपोर्ट की कोई आवश्यकता नहीं है।
* स्मार्ट सिटी देहरादून की साइड पर रजिस्ट्रेशन करके अब उत्तराखंड में कहीं भी घुमा जा सकता है।
* होटल में 7 दिनों तक रुकने की अनिवार्य शर्त को भी अब समाप्त कर दिया गया है।
* सुरक्षा के लिए शारीरिक दुरी बनाये रखना और मास्क लगाए रखना अभी भी आवश्यक है मास्क नहीं होने पर फाइन लगाया जायगा